आरती श्री बांके बिहारी जी की
श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं।
कुंज बिहारी तेरी आरती गाऊं।।
श्री बांके बिहारी......
श्याम सुंदर तेरी आरती गाऊं।
मोर मुकुट प्रभु शीश पे सोहे।
प्यारी बंशी मेरो मन मोह।
देखि छवि बलिहारी जाऊं।।
श्री बांके बिहारी......
चरणों से निकली गंगा प्यारी।
जिसने सारी दुनिया तारी।
मैं उन चरणों के दर्शन पाऊं।।
श्री बांके बिहारी.......
दास अनाथ के नाथ आप हो।
दुख सुख जीवन प्यारे साथ हो।
हरि चरणों में शीश नवाऊं ।।
श्री बांके बिहारी......
श्री हरि दास के प्यार तुम हो।
मेरे मोहन जीवन धन हो।
देखि युगल छवि बलि-बलि जाऊं ।।
श्री बांके बिहारी......
आरती गाऊं प्यारे तुमको रिझाऊं।
हे गिरधर तेरी आरती गाऊं।।
श्री बांके बिहारी......
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